فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَانْحَرْ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
अतः तुम अपने रब ही के लिए नमाज़ पढ़ो और (उसी के दिन) क़़ुरबानी करो
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
तो तुम अपने परवरदिगार की नमाज़ पढ़ा करो
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