قَالَ إِنَّ هَٰؤُلَاءِ ضَيْفِي فَلَا تَفْضَحُونِ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
उसने कहा, "ये मेरे अतिथि है। मेरी फ़ज़ीहत मत करना,
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
लूत ने (उनसे कहा) कि ये लोग मेरे मेहमान है तो तुम (इन्हें सताकर) मुझे रुसवा बदनाम न करो
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