وَكَانُوا يَنْحِتُونَ مِنَ الْجِبَالِ بُيُوتًا آمِنِينَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
वे बड़ी बेफ़िक्री से पहाड़ो को काट-काटकर घर बनाते थे
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और बहुत दिल जोई से पहाड़ों को तराश कर घर बनाते रहे
Quran
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हिन्दी
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