وَالَّذِينَ هُمْ لِفُرُوجِهِمْ حَافِظُونَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
और जो अपने गुप्तांगों की रक्षा करते है-
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और जो (अपनी) शर्मगाहों को (हराम से) बचाते हैं
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