فَأَسْقِطْ عَلَيْنَا كِسَفًا مِنَ السَّمَاءِ إِنْ كُنْتَ مِنَ الصَّادِقِينَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
फिर तू हमपर आकाश को कोई टुकड़ा गिरा दे, यदि तू सच्चा है।"
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
तो अगर तुम सच्चे हो तो हम पर आसमान का एक टुकड़ा गिरा दो
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