وَلِيُمَحِّصَ اللَّهُ الَّذِينَ آمَنُوا وَيَمْحَقَ الْكَافِرِينَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
और ताकि अल्लाह ईमानवालों को निखार दे और इनकार करनेवालों को मिटा दे
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और ये (भी मंजूर था) कि सच्चे ईमानदारों को (साबित क़दमी की वजह से) निरा खरा अलग कर ले और नाफ़रमानों (भागने वालों) का मटियामेट कर दे
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