مَا لَكُمْ كَيْفَ تَحْكُمُونَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
तुम्हें क्या हो गया है? तुम कैसा फ़ैसला करते हो?
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
(अरे कम्बख्तों) तुम्हें क्या जुनून हो गया है तुम लोग (बैठे-बैठे) कैसा फैसला करते हो
Quran
37
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154
हिन्दी
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