أَفَمَا نَحْنُ بِمَيِّتِينَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
है ना अब ऐसा कि हम मरने के नहीं।
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
(अब बताओ) क्या (मैं तुम से न कहता था) कि हम को इस पहली मौत के सिवा फिर मरना नहीं है
Quran
37
:
58
हिन्दी
Read in Surah