طَلْعُهَا كَأَنَّهُ رُءُوسُ الشَّيَاطِينِ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
उसके गाभे मानो शैतानों के सिर (साँपों के फन) है
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
उसके फल ऐसे (बदनुमा) हैं गोया (हू बहू) साँप के फन जिसे छूते दिल डरे
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