إِنَّكُمْ لَفِي قَوْلٍ مُخْتَلِفٍ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
निश्चय ही तुम उस बात में पड़े हुए हो जिनमें कथन भिन्न-भिन्न है
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
कि (ऐ अहले मक्का) तुम लोग एक ऐसी मुख्तलिफ़ बेजोड़ बात में पड़े हो
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