وَثَمُودَ فَمَا أَبْقَىٰ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
और समूद को भी। फिर किसी को बाक़ी न छोड़ा।
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और समूद को भी ग़रज़ किसी को बाक़ी न छोड़ा
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