اقْتَرَبَتِ السَّاعَةُ وَانْشَقَّ الْقَمَرُ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
वह घड़ी निकट और लगी और चाँद फट गया;
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
क़यामत क़रीब आ गयी और चाँद दो टुकड़े हो गया
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