فَذُوقُوا عَذَابِي وَنُذُرِ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
"लो, अब चखो मज़ा मेरी यातना और चेतावनियों का!"
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
तो मेरे अज़ाब और डराने के (पड़े) मज़े चखो
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