فِي سَمُومٍ وَحَمِيمٍ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
गर्म हवा और खौलते हुए पानी में होंगे;
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
(दोज़ख़ की) लौ और खौलते हुए पानी
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