وَانْشَقَّتِ السَّمَاءُ فَهِيَ يَوْمَئِذٍ وَاهِيَةٌ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
और आकाश फट जाएगा और उस दिन उसका बन्धन ढीला पड़ जाएगा,
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
तो वह उस दिन बहुत फुस फुसा होगा और फ़रिश्ते उनके किनारे पर होंगे
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