كُلُوا وَاشْرَبُوا هَنِيئًا بِمَا أَسْلَفْتُمْ فِي الْأَيَّامِ الْخَالِيَةِ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
मज़े से खाओ और पियो उन कर्मों के बदले में जो तुमने बीते दिनों में किए है
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
जो कारगुज़ारियाँ तुम गुज़िशता अय्याम में करके आगे भेज चुके हो उसके सिले में मज़े से खाओ पियो