فَلَيْسَ لَهُ الْيَوْمَ هَاهُنَا حَمِيمٌ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
"अतः आज उसका यहाँ कोई घनिष्ट मित्र नहीं,
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और न पीप के सिवा (उसके लिए) कुछ खाना है
Quran
69
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हिन्दी
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