أَوْ زِدْ عَلَيْهِ وَرَتِّلِ الْقُرْآنَ تَرْتِيلًا
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
या उससे कुछ थोड़ा कम कर लो या उससे कुछ अधिक बढ़ा लो और क़ुरआन को भली-भाँति ठहर-ठहरकर पढ़ो। -
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और क़ुरान को बाक़ायदा ठहर ठहर कर पढ़ा करो
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