حَتَّىٰ أَتَانَا الْيَقِينُ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
"यहाँ तक कि विश्वसनीय चीज़ (प्रलय-दिवस) में हमें आ लिया।"
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
यहाँ तक कि हमें मौत आ गयी
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