كَلَّا بَلْ تُحِبُّونَ الْعَاجِلَةَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
कुछ नहीं, बल्कि तुम लोग शीघ्र मिलनेवाली चीज़ (दुनिया) से प्रेम रखते हो,
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
मगर (लोगों) हक़ तो ये है कि तुम लोग दुनिया को दोस्त रखते हो
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