كَلَّا إِنَّهَا تَذْكِرَةٌ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
कदापि नहीं, वे (आयतें) तो महत्वपूर्ण नसीहत है -
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
देखो ये (क़ुरान) तो सरासर नसीहत है
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