وَمَا هُوَ بِقَوْلِ شَيْطَانٍ رَجِيمٍ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
और वह (क़ुरआन) किसी धुतकारे हुए शैतान की लाई हुई वाणी नहीं है
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और न यह मरदूद शैतान का क़ौल है
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