يَقُولُ يَا لَيْتَنِي قَدَّمْتُ لِحَيَاتِي
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
वह कहेगा, "ऐ काश! मैंने अपने जीवन के लिए कुछ करके आगे भेजा होता।"
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
(उस वक्त) क़हेगा कि काश मैने अपनी (इस) ज़िन्दगी के वास्ते कुछ पहले भेजा होता
: