فَدَعَا رَبَّهُ أَنِّي مَغْلُوبٌ فَانْتَصِرْ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
अन्त में उसने अपने रब को पुकारा कि "मैं दबा हुआ हूँ। अब तू बदला ले।"
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और उनको झिड़कियाँ भी दी गयीं, तो उन्होंने अपने परवरदिगार से दुआ की कि (बारे इलाहा मैं) इनके मुक़ाबले में कमज़ोर हूँ
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