يَا أَيُّهَا الْمُزَّمِّلُ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
ऐ कपड़े में लिपटनेवाले!
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
ऐ (मेरे) चादर लपेटे रसूल
: