كَلَّا ۖ بَلْ لَا يَخَافُونَ الْآخِرَةَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
कदापि नहीं, बल्कि ले आख़िरत से डरते नहीं
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
ये तो हरगिज़ न होगा बल्कि ये तो आख़ेरत ही से नहीं डरते
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