وَمَا صَاحِبُكُمْ بِمَجْنُونٍ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
तुम्हारा साथी कोई दीवाना नहीं,
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और (मक्के वालों) तुम्हारे साथी मोहम्मद दीवाने नहीं हैं
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